भारत में pro-Palestinian प्रदर्शनों को जमात-ए-इस्लामी, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, ISIS-से जुड़े संगठनों और पाकिस्तान की ISI सहित कई समूहों द्वारा हथियार की तरह इस्तेमाल किया गया है, ताकि साम्प्रदायिक वैमनस्य भड़काया जा सके और युवा मुसलमानों को राजनीतिक इस्लाम की ओर भर्ती किया जा सके। सैकड़ों मिलियन डॉलर कैंपस कट्टरपंथीकरण, मीडिया हेरफेर और…
